Neemrana Fort: राजस्थान का ऐतिहासिक किला, घूमने की पूरी जानकारी और अनुभव
Neemrana Fort: राजस्थान का ऐतिहासिक किला, घूमने की पूरी जानकारी और अनुभव
Neemrana Fort: जानिए नीमराना फोर्ट का इतिहास, वास्तुकला, घूमने की जगहें, एडवेंचर एक्टिविटीज़, पहुंचने का तरीका और मानवता से भरपूर मेहमाननवाजी के अनुभव। दिल्ली-जयपुर हाईवे पर स्थित यह किला आपके वीकेंड ट्रिप के लिए एक परफेक्ट डेस्टिनेशन है।
नीमराना फोर्ट: इतिहास, अनुभव और यात्रा की पूरी जानकारी

राजस्थान की ऐतिहासिक धरोहरों में नीमराना फोर्ट एक अनूठा नाम है, जो न सिर्फ अपने गौरवशाली इतिहास के लिए, बल्कि अपनी भव्यता, वास्तुकला और मेहमाननवाजी के लिए भी जाना जाता है। अगर आप दिल्ली या जयपुर के पास एक यादगार वीकेंड या छुट्टी बिताना चाहते हैं, तो नीमराना फोर्ट आपके लिए एक परफेक्ट डेस्टिनेशन है।
इतिहास की झलक
Neemrana Fort का निर्माण 1464 ईस्वी में चौहान वंश के राजा राजदेव ने करवाया था। यह किला अरावली की पहाड़ियों पर घोड़े की नाल के आकार में बना है और लगभग 3 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। शुरू में इसका नाम ‘निमोला’ था, जो स्थानीय वीर योद्धा निमोला मेओ के नाम पर पड़ा। बाद में यह नाम बदलकर नीमराना हो गया। चौहान वंश के शासकों ने इसे अपनी राजधानी बनाया और यहां से कई ऐतिहासिक लड़ाइयां लड़ीं। आजादी के बाद जब किला खंडहर में बदलने लगा, तो 1986 में इसे निजी हाथों में सौंप दिया गया और फिर इसे एक शानदार विरासत होटल में बदल दिया गया।
वास्तुकला और आधुनिक स्वरूप
नीमराना फोर्ट दस मंजिलों में बना है, जिसमें लगभग 50 से अधिक कमरे हैं। इसकी वास्तुकला में राजपूताना, मुगल और अंग्रेजी शैलियों का सुंदर मिश्रण दिखाई देता है। यहां के कमरों को अलग-अलग नाम और थीम दी गई हैं, जिससे हर कमरा एक नया अनुभव देता है। फोर्ट के भीतर हैंगिंग गार्डन, दो स्विमिंग पूल, रेस्टोरेंट, स्पा, कॉन्फ्रेंस हॉल और सुंदर छतें हैं, जहां से अरावली की पहाड़ियों का नजारा मंत्रमुग्ध कर देता है।
क्या-क्या करें नीमराना फोर्ट में?
- विंटेज कार राइड: पुराने जमाने की कारों में सवारी का मजा लें।
- जिप लाइनिंग और ट्रैकिंग: रोमांच के शौकीनों के लिए जिप लाइनिंग और पहाड़ी ट्रैकिंग का बेहतरीन अनुभव।
- कल्चरल इवेंट्स: हर वीकेंड नीमराना म्यूजियम फाउंडेशन द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिसमें देश-विदेश के कलाकार हिस्सा लेते हैं।
- शाही ठाट-बाट: फोर्ट के आलीशान कमरों में रुकें और राजसी जीवन का अनुभव लें।
- आसपास की जगहें: नीमराना बावड़ी, नीलकंठ मंदिर, सरिस्का टाइगर रिजर्व, अलवर किला, सिटी पैलेस, झीलें और संग्रहालय आपकी यात्रा को और भी यादगार बना सकते हैं।
कैसे पहुंचे और खर्चा
नीमराना फोर्ट दिल्ली-जयपुर हाईवे पर दिल्ली से लगभग 122 किलोमीटर दूर है। यहां तक कार, बस या टैक्सी से आसानी से पहुंचा जा सकता है। फोर्ट में घूमने के लिए कोई प्रवेश शुल्क नहीं है, लेकिन अगर आप यहां रुकना चाहते हैं तो आपको कमरे के हिसाब से शुल्क देना होगा, जो सीजन और कमरे की श्रेणी के अनुसार बदलता रहता है।
मानवता और मेहमाननवाजी
नीमराना फोर्ट की सबसे खास बात इसकी मेहमाननवाजी है।
यहां का स्टाफ बेहद विनम्र और मददगार है।
फोर्ट के मालिकों ने स्थानीय कारीगरों और सामग्रियों का उपयोग कर इसकी मरम्मत कराई,
जिससे न सिर्फ विरासत संरक्षित रही,
बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिला।
यहां का वातावरण हर मेहमान को अपनापन और शांति का अहसास कराता है।
“जब आप इस होटल के अंदर कदम रखेंगे,
तो वास्तव में लगेगा कि आप एक बिल्कुल अलग दुनिया में पहुंच गये हैं।
वहां का माहौल काफी लुभावना है और इसमें उस जमाने के फर्नीचर,
पुरानी कलाकृतियां और भित्ति चित्र देखे जा सकते हैं।”
नीमराना फोर्ट सिर्फ एक ऐतिहासिक किला नहीं, बल्कि एक अनुभव है—
राजसी ठाट-बाट, ऐतिहासिकता, रोमांच और शांति का संगम।
अगर आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ एक यादगार और मानवता
से भरपूर यात्रा की तलाश में हैं,
तो Neemrana Fort जरूर जाएं और इतिहास के साथ वर्तमान का आनंद लें।