Ashok Stambh: अशोक स्तम्भ भारत का राष्ट्रीय प्रतीक जानिए किसने खोज की थी इस चिन्ह की और क्या है इसके पीछे की कहानी
Ashok Stambh: अशोक स्तम्भ भारत का राष्ट्रीय प्रतीक जानिए किसने खोज की थी इस चिन्ह की और क्या है इसके पीछे की कहानी
Ashok Stambh: अशोक स्तंभ भारत के प्राचीन इतिहास का महत्वपूर्ण प्रतीक है, जिसे मौर्य सम्राट अशोक ने बनवाया था। यह स्तंभ बौद्ध धर्म के प्रतीक के रूप में प्रसिद्ध है, और इसके शीर्ष पर चार सिंहों का चित्रण है। अशोक स्तंभ भारतीय राष्ट्रीय ध्वज का आधार भी है, जो भारतीय संस्कृति और स्वतंत्रता का प्रतीक है। यह स्तंभ भारत में विभिन्न स्थानों पर स्थित है और ऐतिहासिक दृष्टि से अत्यधिक महत्व रखता है।
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#अशोक स्तंभ: भारत की एकता और गौरव का प्रतीक
अशोक स्तंभ का परिचय
अशोक स्तंभ भारत के महान सम्राट अशोक द्वारा बनवाए गए ऐतिहासिक स्तंभों में से एक है।
यह स्तंभ शांति, धर्म और शक्ति का प्रतीक माना जाता है।
भारत के राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में प्रयागराज (इलाहाबाद) के अशोक स्तंभ का सिंहचिह्न अपनाया गया है।
अशोक स्तंभ का इतिहास
सम्राट अशोक (268–232 ईसा पूर्व) मौर्य वंश के सबसे शक्तिशाली शासकों में से एक थे।
उन्होंने अपने शासनकाल में कई धर्म प्रचार स्तंभ बनवाए,
जिन पर बौद्ध धर्म के सिद्धांत और उनके शिलालेख अंकित हैं।
अशोक स्तंभों को मुख्य रूप से मौर्य वास्तुकला की उत्कृष्ट कृति माना जाता है।
अशोक स्तंभ की विशेषताएँ
निर्माण सामग्री: यह स्तंभ बलुआ पत्थर से बनाए गए हैं।
ऊँचाई: लगभग 40 से 50 फीट ऊँचे होते हैं।
वास्तुकला: इन स्तंभों पर धार्मिक शिलालेख खुदे होते हैं, जो बौद्ध धर्म के प्रचार को दर्शाते हैं।
शीर्ष (Capital): अधिकतर स्तंभों के शीर्ष पर पशुओं की आकृतियाँ बनी होती हैं, जिनमें सिंह, बैल, हाथी और घोड़ा प्रमुख हैं।
अशोक स्तंभ के प्रमुख स्थान
सारनाथ अशोक स्तंभ
यह सबसे प्रसिद्ध अशोक स्तंभ है,
जिसे भारत के राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में अपनाया गया है।
इस स्तंभ के शीर्ष पर चार सिंह स्थित हैं, जो शक्ति, साहस और न्याय का प्रतीक हैं।
प्रयागराज (इलाहाबाद) अशोक स्तंभ
यह स्तंभ प्रयागराज के किले में स्थित है और सम्राट अशोक, गुप्त राजाओं और मुगल सम्राट जहांगीर के शिलालेखों को दर्शाता है।
वैशाली अशोक स्तंभ
यह स्तंभ बिहार के वैशाली में स्थित है और भगवान बुद्ध के अंतिम प्रवचन स्थल के रूप में प्रसिद्ध है।
लौरिया नंदनगढ़ अशोक स्तंभ
बिहार के चंपारण जिले में स्थित यह स्तंभ मौर्यकालीन कला और शिल्प का बेहतरीन उदाहरण है।
अशोक स्तंभ का भारत के राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में महत्व
26 जनवरी 1950 को भारत सरकार ने सारनाथ के सिंह स्तंभ को राष्ट्रीय प्रतीक के रूप में अपनाया।
इस स्तंभ के नीचे अशोक चक्र भी दर्शाया गया है,
जिसे भारतीय तिरंगे के केंद्र में स्थान दिया गया है।
अशोक स्तंभ भारत की संस्कृति, विरासत और एकता का प्रतीक है।
यह हमें सम्राट अशोक के अहिंसा, शांति और धर्म के संदेश की याद दिलाता है।
आज भी यह स्तंभ भारत के गौरव और सम्मान का प्रतीक बना हुआ है।