केरल के खूबसूरत शहर गुरुवायूर ऐतिहासिक मंदिर आप भी जानिए इनके इतिहास के बारे में
केरल के खूबसूरत शहर गुरुवायूर ऐतिहासिक मंदिर आप भी जानिए इनके इतिहास के बारे में
Guruvayur Temple: गुरुवायूर मंदिर, केरल के त्रिशूर जिले में स्थित एक प्रसिद्ध श्रीकृष्ण मंदिर है, जिसे “दक्षिण भारत का द्वारका” कहा जाता है। यह भव्य मंदिर भक्तों के बीच अपनी दिव्य ऊर्जा और अनूठी वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ रोज़ हज़ारों श्रद्धालु पूजा-अर्चना करने और भगवान गुरुवायूरप्पन के दर्शन करने आते हैं। मंदिर की भक्ति पूर्ण वातावरण और पारंपरिक अनुष्ठान भक्तों को आध्यात्मिक शांति प्रदान करते हैं।

गुरुवायूर मंदिर का महत्व
गुरुवायूर मंदिर, केरल का एक प्रसिद्ध हिन्दू मंदिर है।
यह भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है।
इसे दक्षिण भारत का “द्वारका” भी कहा जाता है।
इस मंदिर में हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं।
गुरुवायूर मंदिर का इतिहास
यह मंदिर प्राचीन काल से प्रसिद्ध है।
कहा जाता है कि इसे देवताओं और ऋषियों ने स्थापित किया था।
यहां भगवान विष्णु के चतुर्भुज रूप की पूजा की जाती है।
गुरुवायूर मंदिर की वास्तुकला
मंदिर की वास्तुकला केरल शैली में बनाई गई है।
इसकी भव्यता और शिल्पकारी देखने लायक है।
मुख्य गर्भगृह में भगवान गुरुवायूरप्पन की मूर्ति स्थित है।
गुरुवायूर मंदिर में पूजा विधि
यहां कई धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं।
सुबह की पूजा से लेकर रात की आरती तक भक्तों की भीड़ लगी रहती है।
विशेष रूप से एकादशी और श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन यहां भव्य आयोजन होता है।
गुरुवायूर मंदिर कैसे पहुंचे?
गुरुवायूर मंदिर केरल के त्रिशूर जिले में स्थित है।
यहां पहुंचने के लिए रेल, बस और हवाई मार्ग की सुविधा उपलब्ध है।
निकटतम रेलवे स्टेशन गुरुवायूर रेलवे स्टेशन है।
गुरुवायूर मंदिर में प्रमुख त्यौहार
गुरुवायूर एकादशी – यह सबसे बड़ा उत्सव होता है।
अष्टमी रोहिणी – भगवान कृष्ण का जन्मदिन विशेष धूमधाम से मनाया जाता है।
विवाह उत्सव – इस मंदिर में प्रतिदिन कई विवाह होते हैं।
गुरुवायूर मंदिर जाने से पहले नियम
केवल हिंदू श्रद्धालु ही मंदिर में प्रवेश कर सकते हैं।
पुरुषों को धोती पहननी आवश्यक है, जबकि महिलाओं को पारंपरिक वस्त्र धारण करना चाहिए।
चमड़े की वस्तुएं, मोबाइल फोन और कैमरा मंदिर में ले जाना मना है।
निष्कर्ष
गुरुवायूर मंदिर भक्ति, आस्था और आध्यात्मिकता का केंद्र है।
यह स्थल हर सनातनी श्रद्धालु के लिए विशेष महत्व रखता है।
यदि आप शांति और दिव्यता का अनुभव करना चाहते हैं, तो एक बार इस पवित्र धाम के दर्शन अवश्य करें।