Shaniwar Wada: सच में भूतिया है महाराष्ट्र का शनिवार वाड़ा? जहां हुई है बाजीराव मस्तानी की शूटिंग, ये है असल कहानी
Shaniwar Wada: सच में भूतिया है महाराष्ट्र का शनिवार वाड़ा? जहां हुई है बाजीराव मस्तानी की शूटिंग, ये है असल कहानी
Shaniwar Wada: शनिवार वाड़ा महाराष्ट्र के पुणे में स्थित एक ऐतिहासिक किला है, जिसे 1732 में पेशवा बाजीराव प्रथम ने बनवाया था। यह किला मराठा साम्राज्य की शान और वास्तुकला का अनूठा उदाहरण है। आग और समय की मार के बावजूद इसके भव्य दरवाजे, दीवारें और बाग आज भी इतिहास प्रेमियों को आकर्षित करते हैं। कहा जाता है कि यह किला कई रहस्यों और लोककथाओं से जुड़ा हुआ है, जिससे यह और भी रोमांचक बन जाता है।

शनिवार वाड़ा – पुणे का ऐतिहासिक किला
शनिवार वाड़ा का परिचय
#शनिवार वाड़ा, महाराष्ट्र के पुणे में स्थित एक ऐतिहासिक किला है।
यह पेशवा साम्राज्य की शक्ति और संस्कृति का प्रतीक था।
यह किला 1732 में बनकर तैयार हुआ और पेशवा बाजीराव प्रथम द्वारा निर्मित किया गया था।
शनिवार वाड़ा का इतिहास
शनिवार वाड़ा का निर्माण मराठा साम्राज्य के गौरव को दर्शाने के लिए किया गया था।
यह किला कभी पेशवा शासकों का निवास स्थल था। 1828 में आग लगने के कारण इसका अधिकांश भाग नष्ट हो गया,
लेकिन इसके अवशेष आज भी इसकी भव्यता को दर्शाते हैं।
शनिवार वाड़ा की वास्तुकला
इस किले की वास्तुकला अत्यंत प्रभावशाली है।
इसमें विशाल द्वार, सुंदर बगीचे और पेचीदा नक्काशीदार दीवारें हैं।
इसके प्रमुख द्वारों में दिल्ली दरवाजा, मस्तानी दरवाजा, नारायण दरवाजा, गणेश दरवाजा और खिड़की दरवाजा शामिल हैं।
शनिवार वाड़ा का रहस्य और भूतिया कहानियां
यह किला केवल अपनी भव्यता के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी रहस्यमयी कहानियों के लिए भी प्रसिद्ध है।
कहा जाता है कि यहां पेशवा नारायणराव की आत्मा आज भी भटकती है
और उनकी चीखें “काका माला वाचवा” (काका मुझे बचाओ) आज भी सुनाई देती हैं।
शनिवार वाड़ा में घूमने के प्रमुख स्थल
दिल्ली दरवाजा – यह मुख्य द्वार है और इसकी संरचना अत्यंत मजबूत है।
हजार फुली बाग – यह एक सुंदर बगीचा है, जिसे देखने पर्यटक बड़ी संख्या में आते हैं।
फव्वारों वाला बाग – यह एक शानदार जल संरचना थी, जिसमें कई फव्वारे हुआ करते थे।
दरबार हॉल – यहाँ पेशवाओं की महत्वपूर्ण सभाएँ हुआ करती थीं।
शनिवार वाड़ा का दौरा करने का सही समय
पुणे में अक्टूबर से मार्च के बीच मौसम सुहावना रहता है,
जो शनिवार वाड़ा घूमने के लिए आदर्श समय होता है।
शनिवार वाड़ा कैसे पहुंचे?
यह किला पुणे रेलवे स्टेशन से लगभग 3 किमी की दूरी पर स्थित है
और शहर के किसी भी हिस्से से आसानी से पहुँचा जा सकता है।
निष्कर्ष
शनिवार वाड़ा भारतीय इतिहास और मराठा शौर्य की एक अविस्मरणीय धरोहर है।
यदि आप इतिहास और वास्तुकला के शौकीन हैं, तो यह किला देखने योग्य है।
Comment (1)
kasauli क्यों कसौली है हर यात्रा प्रेमी की लिस्ट में टॉप डेस्टिनेशन?......
[…] कसौली की सबसे ऊँची जगह है,जहां से शिवालिक […]