Bekal Fort: केरल का ऐतिहासिक किला, घूमने की पूरी जानकारी और यात्रा अनुभव
Bekal Fort: केरल का ऐतिहासिक किला, घूमने की पूरी जानकारी और यात्रा अनुभव
Bekal Fort: जानिए बेकल किले का इतिहास, वास्तुकला, घूमने के खास टिप्स और यात्रा अनुभव। केरल के कासरगोड जिले में स्थित बेकल फोर्ट के बारे में पूरी जानकारी और वहां कैसे पहुंचे, पढ़ें इस ब्लॉग में।
बेकल किला: इतिहास, खूबसूरती और यात्रा अनुभव

अगर आप इतिहास, समुद्र और किलों के शौकीन हैं, तो केरल के कासरगोड जिले में स्थित बेकल किला आपके लिए एक शानदार जगह है। यह किला न सिर्फ अपनी भव्यता और मजबूती के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहां से दिखने वाला अरब सागर का नज़ारा भी मन मोह लेता है।
बेकल किले का इतिहास
बेकल किले का निर्माण 1650 ईस्वी में महाराजा शिवप्पा नायक ने करवाया था। कुछ इतिहासकारों के अनुसार, इसका निर्माण चिरक्कल या कोलाथिरी राजाओं के शासनकाल में शुरू हुआ था, जिसे बाद में नायकों ने पूरा किया। इस किले ने हैदर अली और टीपू सुल्तान के शासनकाल में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टीपू सुल्तान ने इसे अपनी सैन्य गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया और अंग्रेजों के खिलाफ भी यहां से मोर्चा संभाला था। 1799 में टीपू सुल्तान की मृत्यु के बाद, अंग्रेजों ने इस किले को अपने कब्जे में ले लिया और धीरे-धीरे इसका राजनीतिक महत्व कम होता गया।
किले की वास्तुकला और विशेषताएं
- यह किला लगभग 40 एकड़ में फैला है और इसकी दीवारें करीब 12 मीटर ऊंची हैं।
- किले का बड़ा हिस्सा समुद्र के किनारे स्थित है, जिससे ऐसा लगता है मानो किला समुद्र से निकल रहा हो।
- किले के भीतर तोपों को रखने के लिए चौड़े बुर्ज, गोला-बारूद रखने के लिए भंडार, सीढ़ियों वाला जलाशय, और एक ऊंचा ऑब्जर्वेशन टावर है, जहां से समुद्र और आसपास के गांवों का खूबसूरत नजारा दिखता है।
- किले के दक्षिणी हिस्से में एक सुरंग भी है, जो आपात स्थिति में इस्तेमाल की जाती थी।
- किले की दीवारों में गोल छेद बने हैं, जिनसे सैनिक तोप या बंदूक से दूर-दूर तक हमला कर सकते थे।
खुदाई में मिले ऐतिहासिक अवशेष
1997 और 2001 के बीच हुई खुदाई में यहां से हजारों प्राचीन वस्तुएं, सिक्के, मोहरें, दरबार हॉल और धार्मिक ढांचे के अवशेष मिले हैं, जो इसके लंबे और समृद्ध इतिहास की गवाही देते हैं।
यात्रा अनुभव और टिप्स
- बेकल किला सुबह 8:00 बजे से शाम 5:30 बजे तक खुला रहता है।
- किले के भीतर घूमते हुए आपको इतिहास, वास्तुकला और प्रकृति का अनूठा संगम देखने को मिलेगा।
- यहां से सूर्यास्त का नजारा बेहद खूबसूरत होता है, इसलिए शाम के समय जाना एक अच्छा विकल्प है।
- किले के पास ही समुद्र तट है, जहां आप परिवार या दोस्तों के साथ पिकनिक का आनंद ले सकते हैं।
कैसे पहुंचे?
बेकल किला केरल के कासरगोड जिले के बेकल गांव में स्थित है।
यहां पहुंचने के लिए आप कासरगोड रेलवे स्टेशन या मैंगलोर एयरपोर्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो नजदीकी प्रमुख स्टेशन और हवाई अड्डा हैं।
Bekal Fort न सिर्फ इतिहास प्रेमियों के लिए,
बल्कि प्रकृति और फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए भी एक आदर्श जगह है।
इसकी भव्यता, समुद्र के किनारे स्थित होना और
ऐतिहासिक महत्व इसे केरल के सबसे खास पर्यटन स्थलों में शामिल करता है।
अगली बार जब आप केरल जाएं,
तो बेकल किले की सैर जरूर करें और इतिहास के साथ-साथ प्रकृति की खूबसूरती का आनंद लें।