Kailash Parvat: कब और कैसे की जाती है ये कठिन यात्रा, रजिस्ट्रेशन से लेकर हर जरूरी जानकारी
Kailash Parvat: कब और कैसे की जाती है ये कठिन यात्रा, रजिस्ट्रेशन से लेकर हर जरूरी जानकारी
Kailash Parvat: कैलाश पर्वत, तिब्बत में स्थित एक पवित्र पर्वत है, जिसे भगवान शिव का निवास माना जाता है। यह पर्वत चार प्रमुख नदियों – सिंधु, ब्रह्मपुत्र, सतलुज और घाघरा का उद्गम स्थल है। हर साल हजारों श्रद्धालु कठिन यात्रा कर कैलाश मानसरोवर की परिक्रमा करते हैं, जो आध्यात्मिक मोक्ष का प्रतीक मानी जाती है। इसकी अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक महत्व इसे विश्वभर के तीर्थयात्रियों के लिए एक पवित्र स्थल बनाते हैं।

Kailash Parvat: का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व
कैलाश पर्वत हिंदू, बौद्ध, जैन और बोन धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यंत पवित्र माना जाता है।
इसे भगवान शिव का निवास स्थान कहा जाता है।
यह पर्वत धार्मिक आस्था और आध्यात्मिक शक्ति का केंद्र है।
श्रद्धालु यहाँ यात्रा कर मोक्ष प्राप्त करने की कामना करते हैं।
कैलाश पर्वत की भौगोलिक स्थिति
यह पर्वत तिब्बत में स्थित है और इसकी ऊँचाई लगभग 6,638 मीटर (21,778 फीट) है।
कैलाश पर्वत के समीप मानसरोवर और राक्षसताल झीलें स्थित हैं,
जो इसकी भव्यता को और अधिक बढ़ाती हैं। यह क्षेत्र कठिन जलवायु और दुर्गम मार्गों के कारण चुनौतीपूर्ण माना जाता है।
कैलाश मानसरोवर यात्रा का महत्व
हर वर्ष हजारों श्रद्धालु कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जाते हैं। यह यात्रा न केवल धार्मिक बल्कि साहसिक भी मानी जाती है।
यहाँ पहुँचने के लिए कई मार्ग उपलब्ध हैं, जिनमें नेपाल, भारत और तिब्बत से होकर जाने वाले रास्ते प्रमुख हैं।
यात्रा के प्रमुख चरण:
काठमांडू या ल्हासा से प्रारंभिक यात्रा – यात्री नेपाल या तिब्बत के ल्हासा से यात्रा शुरू करते हैं।
मानसरोवर झील तक पहुँचना – इस झील में स्नान करना पुण्यदायी माना जाता है।
कैलाश पर्वत की परिक्रमा – यह 52 किमी लंबी होती है और इसे पूरा करने में तीन दिन लगते हैं।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण और रहस्य
कैलाश पर्वत के बारे में कई वैज्ञानिक रहस्य भी जुड़े हुए हैं। य
ह अब तक अप्राप्य है और किसी भी पर्वतारोही ने इसकी चोटी पर कदम नहीं रखा है।
वैज्ञानिकों का मानना है कि इसकी संरचना और ऊर्जा चमत्कारी है।
कई शोधों के अनुसार, कैलाश पर्वत पर एक अनोखी चुंबकीय शक्ति पाई जाती है।
कैलाश पर्वत के चार चेहरे और उनका महत्व
कैलाश पर्वत के चारों ओर चार विशिष्ट चेहरे हैं:
उत्तर मुख – इसे हिम के मुकुट से ढका पवित्र भाग माना जाता है।
दक्षिण मुख – यहाँ की चट्टानों का रंग तांबे के समान होता है।
पूर्व मुख – यह स्वर्णिम आभा से युक्त दिखाई देता है।
पश्चिम मुख – इसे पवित्रतम दिशा माना जाता है।
कैलाश पर्वत और पौराणिक कथाएँ
भगवान शिव का निवास स्थान
पुराणों में वर्णित है कि कैलाश पर्वत भगवान शिव का धाम है, ज
हाँ वे माता पार्वती और गणों के साथ निवास करते हैं। य
ह स्थान ध्यान, साधना और आत्मिक शांति का प्रमुख केंद्र माना जाता है।
ऋषि मुनियों की तपस्थली
कई ऋषि-मुनियों ने यहाँ कठोर तप किया है। माना जाता है
कि इस स्थान पर की गई साधना शीघ्र ही सिद्धि प्रदान करती है।
कैलाश पर्वत के अनसुलझे रहस्य
अब तक कोई भी व्यक्ति इसकी चोटी पर नहीं चढ़ सका।
यहाँ समय की गति सामान्य से अलग बताई जाती है।
चतुर्मुखी पर्वत संरचना को ध्यान की मुद्रा में बैठे भगवान शिव से जोड़ा जाता है।
निष्कर्ष
कैलाश पर्वत आध्यात्मिकता, रहस्य और अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य का संगम है।
यह स्थान न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, ब
ल्कि इसे विश्व की सबसे रहस्यमयी और पवित्र जगहों में से एक माना जाता है।
अगर आपको यह लेख पसंद आया, तो कृपया इसे शेयर करें और अपनी राय कमेंट में दें!
Comments (11)
Kullu Manali: मनाली के पर्यटन स्थल जो आपको अपनी प्राकृतिक गोद में समा
[…] हिल स्टेशन है।यह अपनी मनमोहक वादियों, बर्फीली चोटियों और एडवेंचर एक्टिविटीज़ के लिए […]
Shaniwar Wada: सच में भूतिया है महाराष्ट्र का शनिवार वाड़ा?
[…] वाड़ा, महाराष्ट्र के पुणे में स्थित एक ऐतिहासिक किला है।यह पेशवा साम्राज्य की शक्ति और […]
Kukke Subramanya: काल सर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए दक्षिण के इस......
[…] के दक्षिण कन्नड़ जिले में स्थित, कुके सुब्रमण्या मंदिर भगवान कार्तिकेय को समर्पित एक प्रमुख तीर्थ स्थल है।यह […]
Rani ki Vav: 100 रुपए के नोट में छपी ‘रानी की वाव’ के बारे में इतनी....
[…] के पाटन जिले में स्थित है और अपनी उत्कृष्ट नक्काशी और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है।2014 […]
Mughal Garden Delhi: मानसून में भी घूम सकते हैं अमृत उद्यान, टिकट से....
[…] गार्डन, जो राष्ट्रपति भवन के अंदर स्थित है,भारत के सबसे खूबसूरत बागों में से एक […]
Shivneri Fort: महाराष्ट्र घूमने आएं तो ऊंची पहाड़ी पर बने शिवनेरी किले को...
[…] महाराष्ट्र के पुणे जिले में स्थित एक ऐतिहासिक किला है।यह छत्रपति शिवाजी महाराज की […]
Vindhyachal Mandir: उत्तर प्रदेश के इस शहर को माना जाता है देवी दुर्गा.....
[…] मंदिर उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में स्थित एक प्राचीन धार्मिक स्थल है।यह मंदिर […]
Virupaksha Temple: कल्पना से परे अद्भुत सौंदर्य का प्रतीक है यह मंदिर.....
[…] मंदिर भारत के कर्नाटक राज्य के हम्पी शहर में स्थित एक प्राचीन मंदिर है।यह मंदिर हिन्दू […]
Gol Gumbaz: एक बार जरूर घूमें अब तक का दूसरा सबसे बड़ा गुंबद गोल....
[…] Gumbaz भारतीय स्थापत्य कला का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है।यह कर्नाटका राज्य के बीजापुर शहर […]
Nageshwar Jyotirlinga: गुजरात में है नागेश्वर ज्योतिर्लिंग भगवान शंकर का....
[…] जाता है।यहाँ भगवान शिव के शिवलिंग रूप में प्रतिष्ठित होने के कारण,यह स्थान श्रद्धालुओं के […]
Dudhsagar: भारत के सबसे ऊंचे झरनों में शामिल है ये वाटरफॉल, गोवा का....
[…] घाट में स्थित है और अपनी सुंदरता और आकार के कारण पर्यटकों को आकर्षित करता है।दूधसागर जलप्रपात […]