Purana Qila: दिल्ली का एक ऐसा किला जहां की सीढ़ियों से गिरकर हुई हुमायूं की मृत्यु, इसे राजधानी का सबसे बड़ा किला मानते हैं
Purana Qila: दिल्ली का एक ऐसा किला जहां की सीढ़ियों से गिरकर हुई हुमायूं की मृत्यु, इसे राजधानी का सबसे बड़ा किला मानते हैं
Purana Qila: पुराना किला दिल्ली का एक ऐतिहासिक किला है, जो मुग़ल काल के दौरान बना था। यह किला दिल्ली के केंद्र में स्थित है और उसकी भव्य वास्तुकला को दर्शाता है। पुराना किला प्राचीन इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है, जिसमें कई महल और मस्जिदें हैं। इसके प्राचीन द्वार और किलेनुमा दीवारें आज भी अपनी रचनात्मकता और समृद्ध इतिहास को बयां करती हैं।

पुराना किला: दिल्ली का ऐतिहासिक धरोहर
परिचय
पुराना किला भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित एक प्राचीन किला है।
यह किला न केवल अपनी वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है,
बल्कि इसका ऐतिहासिक महत्व भी बहुत गहरा है।
इसे दिल्ली के सबसे पुराने किलों में से एक माना जाता है।
इतिहास
पुराना किला का निर्माण मुगल सम्राट हुमायूँ ने 16वीं शताब्दी में करवाया था।
बाद में, शेरशाह सूरी ने इसे और भी मजबूत बनाया। ऐसा माना जाता है
कि यह स्थल प्राचीन इंद्रप्रस्थ का भाग था, जिसका उल्लेख महाभारत में मिलता है।
वास्तुकला
यह किला लाल बलुआ पत्थर से बना हुआ है और इसकी दीवारें काफी ऊँची और मजबूत हैं।
इसमें तीन प्रमुख द्वार हैं—बड़ा दरवाजा, तलाकी दरवाजा और हमायूँ दरवाजा।
किले के भीतर एक खूबसूरत किला-ए-कुन्हा मस्जिद भी स्थित है, जो मुगल वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है।
मुख्य आकर्षण
- शेर मंडल – यह एक दो-मंजिला अष्टकोणीय इमारत है, जिसे हुमायूँ का पुस्तकालय माना जाता है।
- किला-ए-कुन्हा मस्जिद – यह 1541 ई. में बनाई गई थी और अपनी खूबसूरत इस्लामिक नक्काशी के लिए प्रसिद्ध है।
- झील और लाइट शो – किले के पास एक कृत्रिम झील भी है, जहाँ बोटिंग की सुविधा उपलब्ध है।
शाम को यहाँ होने वाला लाइट और साउंड शो बेहद आकर्षक होता है।
पुराना किला कैसे पहुँचे?
यह किला दिल्ली में प्रगति मैदान मेट्रो स्टेशन के पास स्थित है।
पर्यटक बस, ऑटो और कैब के जरिए यहाँ आसानी से पहुँच सकते हैं।
पुराना किला दिल्ली की समृद्ध विरासत और ऐतिहासिक धरोहर का प्रतीक है।
यदि आप इतिहास और वास्तुकला में रुचि रखते हैं,
तो यह किला आपके लिए एक बेहतरीन दर्शनीय स्थल साबित होगा।