न्यूजीलैंड क्रिकेट चोटिल खिलाड़ी :न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम को बड़ी चोटों का सामना, वर्ल्ड कप 2023 से 6 खिलाड़ी बाहर, कप्तान केन विलियमसन समेत कई स्टार प्लेयर्स टीम के प्रदर्शन पर खतरा।

शुरुआती चमक, फिर चोट की आफत
न्यूजीलैंड ने वर्ल्ड कप में शुरू के चारों मुकाबलों में जीत दर्ज कर मजबूत शुरुआत की थी, लेकिन उसके बाद जैसे बुरी किस्मत ने टीम का पीछा पकड़ लिया।
- कप्तान केन विलियमसन घुटने की गंभीर चोट के कारण लंबे समय तक टीम से बाहर हो गए।
- गेंदबाज मैट हेनरी को मसल स्ट्रेन की वजह से टूर्नामेंट के बीच में ही बाहर कर दिया गया।
- ऑलराउंडर जिमी नीशम और लॉकी फर्ग्यूसन को साउथ अफ्रीका के खिलाफ मैच में चोट लग गई, जिससे उनकी भी उपलब्धता संदिग्ध हो गई।
- मार्क चैपमैन अंगूठे की चोट और माइकल ब्रेसवेल एड़ी में लगी गंभीर चोट के कारण वर्ल्ड कप से बाहर हो चुके हैं।
कप्तान समेत कई दिग्गज गंभीर रूप से चोटिल
केन विलियमसन फील्डिंग के दौरान लगी चोट के बाद एक लंबे रिकवरी पीरियड से गुज़र रहे हैं, और उनका फिट होना टीम के लिए अब भी एक चुनौती है।
वहीं, मैट हेनरी को साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेलते समय हैमस्ट्रिंग इंजरी हुई, जिसके बाद MRI रिपोर्ट्स की पुष्टि के बाद उन्हें बाकी टूर्नामेंट से बाहर कर दिया गया।
माइकल ब्रेसवेल का छह से आठ महीने तक मैदान से दूर रहना तय है।
टीम चयन और रणनीति पर बड़ा असर
चोटिल खिलाड़ियों के बाहर होने से न्यूजीलैंड टीम मैनेजमेंट को बार-बार बदलाव करने पड़ रहे हैं,
जिससे प्लेइंग इलेवन में संतुलन बनाना मुश्किल हो गया है।
कप्तान विलियमसन की गैरमौजूदगी में टॉम लैथम टीम का नेतृत्व कर रहे हैं,
लेकिन लगातार चोटिल खिलाड़ी टीम के प्रदर्शन पर भारी पड़ रहे हैं।
विकल्प और नए खिलाड़ियों की एंट्री
अचानक आई चोटों की वजह से न्यूजीलैंड टीम ने नए खिलाड़ियों को बुलावा दिया।
काइल जैमीसन जैसे गेंदबाज को जल्दी-जल्दी टीम में शामिल करना पड़ा,
जबकि अन्य युवा खिलाड़ियों को भी मौके दिए जा रहे हैं।
फैंस और एक्सपर्ट्स की प्रतिक्रिया
क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि इतनी ज्यादा चोटों के बाद भी न्यूजीलैंड टीम का जज़्बा तारीफ के काबिल है।
बाकी टीमों के लिए यह एक चेतावनी है कि फिटनेस और बैकअप खिलाड़ियों की भूमिका
अब पहले से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण हो गई है।
निष्कर्ष
न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम इस बार घायल खिलाड़ियों की वजह से लगातार संघर्ष कर रही है।
हालांकि शुरुआत शानदार रही, लेकिन चोटों की वजह से प्ले-ऑफ्स तक की राह मुश्किल हो गई है।
टीम मैनेजमेंट को उम्मीद है कि फिटनेस और टीम स्पिरिट के दम पर वे टूर्नामेंट में वापसी करने की कोशिश जारी रखेंगे,
और बाकी बचे मैचों में शेष खिलाड़ियों से बेहतर प्रदर्शन देखने को मिलेगा।




