Edakkal Caves: जानिए एडक्कल गुफाओं का इतिहास, वहां की अद्भुत चित्रकारी, यात्रा के अनुभव और ट्रेकिंग के टिप्स। वायनाड, केरल स्थित इन प्राचीन गुफाओं की पूरी जानकारी और घूमने के लिए जरूरी सुझाव पढ़ें इस ब्लॉग में।
एडक्कल गुफाएँ: वायनाड की रहस्यमयी प्राचीनता का अद्भुत अनुभव

अगर आप इतिहास, रोमांच और प्रकृति के प्रेमी हैं, तो केरल के वायनाड जिले में स्थित एडक्कल गुफाएँ आपके लिए एक अनूठा अनुभव साबित होंगी। ये गुफाएँ सिर्फ पत्थरों का ढेर नहीं, बल्कि हजारों साल पुरानी सभ्यता की गवाही देती हैं, जिनकी दीवारों पर मानव सभ्यता के शुरुआती निशान आज भी देखे जा सकते हैं।
एडक्कल गुफाएँ कहाँ हैं?
Edakkal Caves केरल राज्य के वायनाड जिले में, कलपेट्टा से लगभग 25 किलोमीटर दूर अम्बुकुट्टी पहाड़ियों पर समुद्र तल से करीब 1200 मीटर (3900 फीट) की ऊँचाई पर स्थित हैं। यहाँ तक पहुँचने के लिए हल्की ट्रेकिंग करनी पड़ती है, जो रोमांच को और बढ़ा देती है।
इतिहास और खासियत
इन गुफाओं के बारे में माना जाता है कि यहाँ नवपाषाण युग (6000 ईसा पूर्व) से लेकर 1000 ईसा पूर्व तक मानव सभ्यता का निवास रहा है। एडक्कल का शाब्दिक अर्थ है – ‘बीच में फंसा पत्थर’, क्योंकि ये गुफाएँ असल में एक बड़ी चट्टान के दो अन्य चट्टानों के बीच फंसने से बनी हैं।
गुफाओं की दीवारों पर आपको मानव आकृतियाँ, जानवर, शिकार के दृश्य, औजार, पहिएदार गाड़ी, और कई रहस्यमयी चिन्ह दिखाई देंगे। इनमें से कुछ चित्र सिंधु घाटी सभ्यता से जुड़े प्रतीत होते हैं, खासकर ‘जार कप के साथ आदमी’ की आकृति, जो इस सभ्यता का खास चिन्ह है।
एडक्कल गुफाएँ क्यों खास हैं?
- दक्षिण भारत में पाषाण युगीन चित्रकारी का यह एकमात्र प्रमाण है।
- यहाँ की नक्काशी और चित्रकारी 8000 साल पुरानी मानी जाती है।
- गुफाओं की बनावट प्राकृतिक है, जो ट्रेकिंग और एडवेंचर के शौकीनों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है।
- यहां से प्राचीन व्यापार मार्ग भी गुजरता था, जिससे यह स्थल ऐतिहासिक रूप से भी महत्वपूर्ण है।
यात्रा अनुभव और सुझाव
- गुफाओं तक पहुँचने के लिए करीब 1.2 किमी की ट्रेकिंग करनी होती है, जिसमें चढ़ाई और सीढ़ियाँ शामिल हैं। बुजुर्गों और छोटे बच्चों के लिए यह थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
- रास्ते में छोटे-छोटे खाने-पीने के स्टॉल, सस्ते टिकट और गाइड की सुविधा उपलब्ध है।
- गुफाओं के भीतर की नक्काशी और चित्रकारी को समझने के लिए गाइड लेना फायदेमंद रहेगा।
- प्राकृतिक सुंदरता और पहाड़ों का नजारा यहाँ की यात्रा को यादगार बना देता है।
कैसे पहुँचें?
- सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन कोझिकोड (Kozhikode) है, जहाँ से टैक्सी या बस के जरिए वायनाड पहुंच सकते हैं।
- निकटतम हवाई अड्डा भी कोझिकोड में है।
- वायनाड से एडक्कल गुफाएँ लगभग 26 किमी दूर हैं, जहाँ सड़क मार्ग से आसानी से पहुँचा जा सकता है।
एडक्कल गुफाएँ इतिहास, संस्कृति और रोमांच का अद्भुत संगम हैं।
यहाँ की प्राचीन चित्रकारी, रहस्यमयी वातावरण और
प्राकृतिक सुंदरता हर पर्यटक को आकर्षित करती है।
अगर आप केरल या दक्षिण भारत की यात्रा की योजना बना रहे हैं,
तो एडक्कल गुफाएँ आपकी लिस्ट में जरूर होनी चाहिए।