Chapora Fort: इतिहास, घूमने की खासियत, “दिल चाहता है” स्पॉट, ट्रेकिंग अनुभव और शानदार समुद्री दृश्य की पूरी जानकारी
Chapora Fort: इतिहास, घूमने की खासियत, “दिल चाहता है” स्पॉट, ट्रेकिंग अनुभव और शानदार समुद्री दृश्य की पूरी जानकारी
Chapora Fort: जानिए चपोरा किला गोवा का इतिहास, घूमने की खासियत, शानदार दृश्य, ट्रेकिंग अनुभव, और “दिल चाहता है” फिल्म से जुड़ा इसका फेमस स्पॉट। पढ़ें चपोरा किले तक कैसे पहुंचे, घूमने का सही समय और जरूरी टिप्स—हिंदी में पूरी जानकारी!
चपोरा किला, गोवा: इतिहास, खूबसूरती और “दिल चाहता है” का फेमस स्पॉट
“चपोरा किला, गोवा: समुद्र और इतिहास का मनोरम संगम, जहाँ ‘दिल चाहता है’ की यादें और सूर्यास्त की लालिमा दिल छू जाती है।
खंडहरों में बसा रोमांस, प्रकृति की गोद में एक शांत मगर मोहक अहसास।”

गोवा के उत्तर में स्थित चपोरा किला (Chapora Fort) न सिर्फ अपने ऐतिहासिक महत्व, बल्कि शानदार प्राकृतिक नज़ारों और बॉलीवुड फिल्म “दिल चाहता है” की वजह से भी बेहद लोकप्रिय है। अरब सागर और चपोरा नदी के संगम पर बसा यह किला हर मौसम में सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करता है। आइए, जानते हैं चपोरा किले का इतिहास, खासियत और घूमने की जरूरी बातें।
चपोरा किले का इतिहास
- चपोरा किले का इतिहास 17वीं शताब्दी से जुड़ा है। इसका निर्माण 1617 में पुर्तगालियों ने मराठा आक्रमणकारियों से बचाव के लिए करवाया था।
- इससे पहले इस जगह पर बीजापुर के सुल्तान आदिल शाह का किला था, जिसे शाहपुरा कहा जाता था।
- किले का नियंत्रण कई बार बदला—1684 और 1739 में मराठाओं ने कब्जा किया, 1717 और 1741 में पुर्तगालियों ने दोबारा नियंत्रण हासिल किया। 1892 में पुर्तगालियों ने इसे पूरी तरह छोड़ दिया।
- आज यह किला खंडहर में है, लेकिन इसके अवशेष अब भी इतिहास की गवाही देते हैं।
चपोरा किले की खासियत
शानदार दृश्य:
किले से अरब सागर, चपोरा नदी, वागाटोर और अंजुना बीच के अद्भुत नज़ारे दिखाई देते हैं।
सूर्यास्त के समय यहां का दृश्य खास तौर पर मनमोहक होता है।
फिल्मी आकर्षण:
चपोरा किला “दिल चाहता है” फिल्म के एक आइकॉनिक सीन की
वजह से युवाओं और कपल्स के बीच बेहद पॉपुलर है।
इतिहास और वास्तुकला:
किले में मजबूत दीवारें, बुर्ज, बंदूक रखने की जगहें, मिलिट्री बैरक और
आपातकालीन सुरंगों के अवशेष आज भी देखे जा सकते हैं।
प्राकृतिक सुंदरता:
किला एक छोटी पहाड़ी पर स्थित है, जहाँ तक हल्की ट्रेकिंग करते हुए पहुँचा जा सकता है।
चारों ओर हरियाली और समुद्र की ठंडी हवा घूमने का अनुभव यादगार बनाती है।
घूमने का सही समय और टिप्स
- चपोरा किला सालभर खुला रहता है, लेकिन मानसून के बाद सितंबर-अक्टूबर में यहाँ का मौसम और नज़ारे सबसे सुंदर होते हैं।
- किला सुबह 10 बजे से शाम 5:30 बजे तक खुला रहता है, और प्रवेश शाम 5 बजे बंद हो जाता है।
- ट्रेकिंग के लिए आरामदायक जूते पहनें और पानी साथ रखें।
- सूर्यास्त के समय यहाँ आना सबसे अच्छा है, जब भीड़ कम और नज़ारे सबसे आकर्षक होते हैं।
कैसे पहुँचें?
- किला उत्तरी गोवा के बर्देज़ तालुका में चपोरा गाँव के पास स्थित है।
- निकटतम रेलवे स्टेशन थिविम (19 किमी) और हवाई अड्डा डाबोलिम (43 किमी) है।
- आप टैक्सी, बाइक या लोकल बस से आसानी से यहाँ पहुँच सकते हैं।
चपोरा किला इतिहास, रोमांच और प्राकृतिक सुंदरता का अनूठा संगम है।
अगर आप गोवा जा रहे हैं तो इस किले की ट्रिप जरूर करें—
यहाँ की हवा, नज़ारे और
“दिल चाहता है” वाला फील आपको हमेशा याद रहेगा!