Bawali Rajbari: कोलकाता के पास शाही विरासत, संस्कृति और लग्ज़री का अनोखा अनुभव
Bawali Rajbari: कोलकाता के पास शाही विरासत, संस्कृति और लग्ज़री का अनोखा अनुभव
Bawali Rajbari: बावली राजबाड़ी, कोलकाता के पास स्थित एक ऐतिहासिक हेरिटेज रिज़ॉर्ट है। जानिए यहाँ के शाही कमरे, बंगाली व्यंजन, सांस्कृतिक कार्यक्रम और ज़मींदारी युग की भव्यता का अनुभव। वीकेंड गेटवे और खास मौकों के लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन!
Bawali Rajbari: इतिहास, शाही ठाट और आधुनिक लग्ज़री का संगम

अगर आप कोलकाता के पास एक ऐसी जगह की तलाश में हैं, जहाँ इतिहास, संस्कृति और शाही ठाट का अनुभव एक साथ मिल सके, तो बावली राजबाड़ी (Bawali Rajbari) आपके लिए एक परफेक्ट डेस्टिनेशन है। यह जगह न केवल बंगाल के ज़मींदारी युग की भव्यता को संजोए हुए है, बल्कि आज एक शानदार हेरिटेज रिज़ॉर्ट के रूप में भी जानी जाती है।
इतिहास की झलक
बावली राजबाड़ी की कहानी लगभग 250-300 साल पुरानी है। इसे बंगाल के प्रसिद्ध मंडल परिवार ने बनवाया था, जिनकी जड़ें मुग़ल काल और महाराजा मानसिंह के समय से जुड़ी हैं। शौर्य और सेवा के बदले मंडल परिवार को बंगाल के सुंदरबन इलाके में ज़मीन मिली थी, जहाँ उन्होंने मंदिरों और महलों का निर्माण शुरू किया। बावली कभी घने जंगलों और दलदली जमीन का हिस्सा था, जिसे मंडल परिवार ने अपनी मेहनत और दूरदर्शिता से एक समृद्ध गांव और “टेम्पल टाउन” में बदल दिया।
राजबाड़ी का निर्माण करीब 1771 में हुआ था। यहाँ 170 साल तक ज़मींदारों की शान-ओ-शौकत, भव्य दावतें और सांस्कृतिक कार्यक्रम चलते रहे। आज़ादी के बाद ज़मींदारी व्यवस्था के खत्म होने के साथ ही परिवार की संपत्ति बिखर गई और राजबाड़ी खंडहर में बदलने लगी। कई सालों तक यह इमारत उपेक्षित रही, कभी फिल्म शूटिंग तो कभी थिएटर के तौर पर इस्तेमाल हुई। लेकिन हाल के वर्षों में इसे बड़े जतन से फिर से संजोया गया और आज यह बंगाल की शाही विरासत का जीवंत उदाहरण है।
आधुनिक रूप और मेहमाननवाजी
आज बावली राजबाड़ी एक लग्ज़री हेरिटेज रिज़ॉर्ट है, जहाँ पुराने ज़माने की भव्यता और आधुनिक सुविधाओं का अनूठा संगम देखने को मिलता है।
- यहाँ के कमरे क्लासिक हेरिटेज, ज़मींदारी सुइट, रॉयल सुइट और डाक बंगला जैसी थीम्स में उपलब्ध हैं, जहाँ प्राचीन नक्काशीदार फर्नीचर, संगमरमर की फ्लोरिंग और विशाल बाथरूम के साथ हर आधुनिक सुविधा मौजूद है।
- चार एकड़ में फैली इस संपत्ति में खूबसूरत लॉन, तालाब, छतों पर बैठने की जगह, और शाही डाइनिंग हॉल हैं।
- यहाँ का खाना खास बंगाली स्वाद और पारंपरिक व्यंजनों के लिए मशहूर है। ज़मींदारी थाली, मिट्टी के बर्तनों में परोसा जाने वाला खाना और ताजगी से भरी मिठाइयाँ यहाँ के अनुभव को खास बनाती हैं।
अनुभव और एक्टिविटीज़
- मेहमानों का स्वागत पारंपरिक आरती और मिठाई से किया जाता है, जिससे शाही मेहमाननवाजी का अहसास होता है।
- यहाँ पर बोट राइड, योगा, स्पा, कल्चरल इवेंट्स और बंगाली त्योहारों (खासकर दुर्गा पूजा) का भव्य आयोजन होता है।
- बच्चों, परिवार और कपल्स के लिए यह जगह बेहद उपयुक्त है।
- साफ-सफाई, हरियाली और शांत वातावरण यहाँ के मुख्य आकर्षण हैं।
लोकेशन और पहुँच
बावली राजबाड़ी कोलकाता से करीब 31 किलोमीटर दूर,
साउथ 24 परगना जिले के बावली गांव में स्थित है।
एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन से यहाँ पहुँचना आसान है,
जिससे यह एक बेहतरीन वीकेंड गेटवे बन जाता है।
बावली राजबाड़ी सिर्फ एक हेरिटेज होटल नहीं,
बल्कि इतिहास, संस्कृति और शाही जीवनशैली की जीवंत मिसाल है।
यहाँ आकर आप बंगाल के पुराने
ज़मींदारी युग की भव्यता को महसूस कर सकते हैं,
साथ ही आधुनिक सुख-सुविधाओं का आनंद भी ले सकते हैं।
परिवार, दोस्तों या किसी खास मौके के लिए यह जगह एक यादगार अनुभव देती है—
जहाँ हर कोना, हर दीवार,
हर स्वाद आपको इतिहास की गहराई में ले जाता है।