वारदात, अनमोल गिरफ्तारी लॉरेंस बिश्नोई का भाई अनमोल गिरफ्तार हुआ है। पुलिस को उम्मीद है कि इस गिरफ्तारी से वारदात के मामलों से जुड़े कई बड़े राज़ और अपराधी नेटवर्क का खुलासा हो सकता है।

अनमोल बिश्नोई की गिरफ्तारी: एक नए सिरे से खुला केस
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का भाई अनमोल बिश्नोई को अमेरिका से गिरफ्तार कर भारत लाया गया है।
एनआईए ने उसे दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया और 11 दिन की रिमांड पर भेज दिया।
यह गिरफ्तारी एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में हुई है, जिसमें अनमोल को मुख्य साजिशकर्ता माना जा रहा है।
इस कार्रवाई से पुलिस को उम्मीद है कि कई बड़े राज़ और अपराधी नेटवर्क का खुलासा होगा।
अनमोल बिश्नोई की आपराधिक पृष्ठभूमि
अनमोल बिश्नोई पर कई राज्यों में 30 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या, फायरिंग, जबरन वसूली, आतंकवाद से जुड़े
मामले शामिल हैं। 2017 से उसकी आपराधिक गतिविधियों का इतिहास रहा है।
पहले वह जोधपुर में फायरिंग और हत्या के अपराधों में शामिल था, और जेल में बंद रहते हुए
भी काकोरी से अपराध की योजना बनाता था। 2022 से वह अमेरिका में
रहकर अपने गैंग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चलाता रहा।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपराध
अमेरिका में रहते हुए अनमोल ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए आतंकवादी सिंडिकेट का संचालन किया।
उसने जमीन पर मौजूद अपने गुर्गों की मदद से भारत में एक्सटॉर्शन, ब्लैकमेलिंग, और फायरिंग
जैसी संवेदनशील वारदातों को अंजाम दिया। उसके खिलाफ विदेशी धरती से
आतंकवादी गतिविधियों को संचालित करने के आरोप भी हैं।
अनमोल की गिरफ्तारी का महत्व
एनआईए ने इस गिरफ्तारी को अपनी बड़ी सफलता माना है, क्योंकि अनमोल के जरिए कई गैंगस्टर और आतंकवादी संगठनों का खुलासा हो सकता है। इससे लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नेटवर्क कमजोर होगा और देश में बढ़ते अपराधों और आतंकवादी गतिविधियों पर रोक लगेगी।
पुलिस की आगामी कार्रवाई
पुलिस अब अनमोल से पूछताछ कर उसकी मेडिकल और डिजिटल गतिविधियों का पता लगाएगी।
जांच एजेंसियां यह पता लगाने में लगी हैं कि अनमोल ने किन-किन लोगों के साथ मिलकर अपराध किए
और किस-किस विदेशी नेटवर्क से संपर्क रखा। इससे देश में टेरर सिंडिकेट और गैंगस्टर नेटवर्क की पूरी पोल खुलने की संभावना है।
निष्कर्ष
अनमोल बिश्नोई की गिरफ्तारी न केवल एक गैंगस्टर के लिए बड़ी सफलता है, बल्कि यह देश की सुरक्षा और कानून की मजबूती की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। इससे संगठित अपराध और आतंकवाद में शामिल अन्य आरोपी भी जल्द गिरफ्तार हो सकते हैं। पुलिस और एनआईए की पूरी नजर अनमोल की पूछताछ और उससे प्राप्त सूचनाओं पर है ताकि अपराधी नेटवर्क के सारे काला चिट्ठे खुले।





