फरीदाबाद RDX बरामद : फरीदाबाद में डॉक्टर के घर से 300 किलो RDX, AK-47 राइफल और सैकड़ों कारतूस बरामद, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकवादी साजिश को रोका। जानिए पूरे ऑपरेशन और बरामद की गई सामग्री के बारे में।

हाल की बड़ी छापेमारी: फरीदाबाद में आतंकवाद की बड़ी साजिश नाकाम
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने फरीदाबाद में एक डॉक्टर के घर पर छापेमारी कर करीब 300 किलोग्राम RDX बरामद किया है। इसके साथ ही 2 AK-47 राइफलें और 84 जिंदा कारतूस भी जब्त किए गए। जानकारी के अनुसार ये सामान 14 बैगों में रखा था। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ाव की गंभीर संभावना के कारण यह छापेमारी की गई है। आरोपी डॉक्टर मुजाहिल शकील को हिरासत में लिया गया है, जो अनंतनाग का रहने वाला है, और जो किराये पर इस कमरे में रह रहा था लेकिन इसका इस्तेमाल आतंकवाद के लिए हथियार एवं विस्फोटक रखने के लिए किया गया।
बरामद सामग्री का खतरनाक स्वभाव
RDX एक शक्तिशाली विस्फोटक है जिसका इस्तेमाल बड़े पैमाने पर आतंकी हमलों में होता है। 300 किलो RDX का होना देश के लिए खतरे की घंटी है, क्योंकि इससे बड़े आतंकवादी हमले को अंजाम दिया जा सकता था। इसके अलावा AK-47 जैसी सेना की आधुनिक राइफल और भारी मात्रा में कारतूस होने से साफ होता है कि इस साजिश का उद्देश्य असाधारण तबाही मचाना था।
सुरक्षा एजेंसियों द्वारा उठाए गए कदम
- जम्मू-कश्मीर पुलिस ने फरीदाबाद में छापेमारी के साथ ही यूपी, गुजरात समेत अन्य राज्यों में संदिग्धों की गिरफ्तारी की है।
- खुफिया एजेंसियां इस मामले में गहराई से जांच कर रही हैं ताकि साजिश के अन्य करीबियों तक पहुंचा जा सके।
- फरीदाबाद पुलिस ने कहा है कि जांच जारी है और जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा।
- स्थानीय प्रशासन और पुलिस के बीच समन्वय बढ़ाया गया है ताकि आतंकवादियों को जांच के दायरे में लाया जा सके।
इस घटना का देश सुरक्षा पर प्रभाव
यह घटना देश भर में सुरक्षा क्षेत्र के लिए एक गंभीर शिकंजा है। देश में आतंकी गतिविधियों को रोकना सुरक्षा एजेंसियों की प्राथमिकता होनी चाहिए। ऐसी बड़ी बरामदगी से यह स्पष्ट होता है कि देश की खुफिया तंत्र को लगातार सक्रिय रहना होगा और आतंकी नेटवर्क की पूरी तरह जांच कर उन्हें विफल करना होगा।
फरीदाबाद कांड से सबक और आगे की रणनीति
- तय करना होगा कि ऐसे संदिग्धों का ट्रैक कैसे बेहतर तरीके से रखा जाए।
- मेडिकल पेशेवरों और अन्य नागरिकों की जांच-परख बढ़ानी होगी जो संदिग्ध गतिविधि में संलग्न हो सकते हैं।
- सरकार को आतंकवाद के खिलाफ कड़ा कानून और सुरक्षा उपाय लागू करने पर ध्यान देना होगा।




