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क्या बीजेपी पाकिस्तान लादेन और मुगल जैसे मुद्दों के बिना चुनाव जीत सकती है इन विषयों पर क्यों होती है इतनी राजनीति

On: November 5, 2025 5:54 AM
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क्या बीजेपी पाकिस्तान लादेन और मुगल जैसे मुद्दों के बिना चुनाव जीत सकती है इन विषयों पर क्यों होती है इतनी राजनीति

बीजेपी चुनाव मुद्दे पाकिस्तान को आतंकवाद का स्रोत बताती है और मुगलों को विदेशी आक्रमणकारियों के रूप में दिखाती है, जिससे हिंदू भावनाएँ प्रबल होती हैं। वे घुसपैठ और आतंकवाद को बड़ी राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौती के रूप में पेश करके डर पैदा करते हैं, जो विकास या अन्य मुद्दों की तुलना में वोट बैंक के लिए ज्यादा असरदार साबित होता है

क्या बीजेपी पाकिस्तान लादेन और मुगल जैसे मुद्दों के बिना चुनाव जीत सकती है इन विषयों पर क्यों होती है इतनी राजनीति
बीजेपी चुनाव मुद्दे

सबसे पहले बात करते हैं विकास की

बीजेपी सरकार ने पिछले वर्षों में देश के आर्थिक विकास पर खास ध्यान दिया है।

देश में आधारभूत संरचनाओं को मजबूत करने, रोजगार सृजित करने और डिजिटल इंडिया जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स को

लागू करने का श्रेय पार्टी को जाता है। खासकर मेक इन इंडिया अभियान ने घरेलू उद्योगों को बढ़ावा दिया है

जिससे लाखों युवाओं को रोजगार मिला है। बिहार जैसे राज्यों में भी बीजेपी विकास को अपना मुख्य मुद्दा बनाकर जनता के

बीच पहुंच रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों को जनधन योजना से वित्तीय समावेशन का

अवसर दिया है, जिससे छोटे और मध्यम वर्ग के लोगों को लाभ हुआ है।

दूसरा मुख्य मुद्दा है देश की सुरक्षा

बीजेपी ने कड़े राष्ट्रवादी कदम उठाकर आतंकवाद, सीमा सुरक्षा और आंतरिक सुरक्षा को चुनावी मुद्दा बनाया है।

जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करना, और आतंकवाद के विरुद्ध सख्त कार्रवाई

इस बात को दर्शाते हैं कि पार्टी देश की एकता और अखंडता के लिए प्रतिबद्ध है।

तीसरा बड़ा मुद्दा है किसान और ग्रामीण विकास।

हाल के वर्षों में किसान सुधार कानूनों को लेकर काफी बहस हुई, लेकिन बीजेपी का कहना है

कि ये कानून किसानों को बाजार से सीधे जोड़ने और उनकी आय बढ़ाने के लिए हैं। न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी,

सिंचाई योजनाएं, एवं ग्रामीण अवसंरचना विकास बीजेपी की प्राथमिकता में हैं।

बिहार जैसे राज्यों में भी पार्टी ने किसान हित में कई योजनाएं चलाकर उनके समर्थन को मजबूत किया है।

चौथा मुद्दा है महिलाओं और सामाजिक न्याय का

बीजेपी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, महिला सशक्तिकरण, अनुसूचित जाति व पिछड़े वर्गों के लिए मुफ्त शिक्षा,

स्वास्थ्य और अन्य वित्तीय सहायता योजनाएं लागू की हैं। साथ ही कोरोना महामारी के बाद स्वास्थ्य सेवाओं के

विस्तार पर भी पार्टी ने विशेष ध्यान दिया है।

पांचवां, चुनावी प्रचार में बीजेपी ने बूथ स्तर पर

संगठन को मजबूत बनाने, सघन जनसंपर्क अभियानों और पार्टी कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण को महत्व दिया है।

कार्यकर्ताओं को जन-जन तक सरकार की उपलब्धियां पहुंचाने और वोटरों में विश्वास जगाने के लिए कड़ी मेहनत करना पड़ रही है।

हालांकि विपक्ष द्वारा बीजेपी पर आरोप भी लगते हैं

जैसे दलितों या अल्पसंख्यकों की अनदेखी, गलत सूचना और राजनीतिक अस्थिरता के लिए जिम्मेदार ठहराना।

लेकिन बीजेपी अपने विकास मॉडल, राष्ट्रवाद और सामाजिक कल्याण की नीतियों को

आधार बनाकर चुनाव जीतने का प्रयास कर रही है।

अतः मुख्य चुनावी मुद्दे

विकास, सुरक्षा, किसान हित, महिलाओं का सशक्तिकरण, ग्रामीण और स्वास्थ्य विकास बीजेपी की रणनीति के केंद्र में हैं।

बिहार जैसे राज्यों में यह मुद्दे खास प्रभावशाली साबित हो रहे हैं, जहां पार्टी सरकार बनाने की बड़ी दावेदार है।

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