Tipu Sultan Palace: टीपू सुल्तान पैलेस बेंगलुरु और श्रीरंगपटना में स्थित एक ऐतिहासिक महल है, जो इंडो-इस्लामिक वास्तुकला का सुंदर उदाहरण है। जानिए टीपू सुल्तान के समर पैलेस का इतिहास, निर्माण, वास्तुकला, संग्रहालय और इससे जुड़े रोचक तथ्य हिंदी में। यात्रा से पहले पढ़ें पूरी जानकारी!
टीपू सुल्तान पैलेस: इतिहास, वास्तुकला और रोमांचक कहानियाँ

क्या आपने कभी सोचा है कि दक्षिण भारत के एक बहादुर शासक का महल कैसा रहा होगा, जिसने अंग्रेजों को कड़ी टक्कर दी थी? बेंगलुरु और श्रीरंगपटना में स्थित टीपू सुल्तान का पैलेस (समर पैलेस) न सिर्फ इतिहास का गवाह है, बल्कि भारतीय स्थापत्य कला और विरासत का भी शानदार उदाहरण है।
टीपू सुल्तान पैलेस का इतिहास
टीपू सुल्तान के समर पैलेस का निर्माण उनके पिता हैदर अली ने शुरू करवाया था और टीपू सुल्तान ने इसे 1791 में पूरा करवाया। यह महल बेंगलुरु के किले के भीतर स्थित है और कभी टीपू सुल्तान की ग्रीष्मकालीन राजधानी हुआ करता था। श्रीरंगपटना में स्थित दरिया दौलत बाग को भी टीपू सुल्तान का सुमेर महल कहा जाता है, जिसका निर्माण 1778-1784 के बीच हुआ था।
वास्तुकला की खासियत
समर पैलेस इंडो-इस्लामिक शैली का सुंदर उदाहरण है। महल दो मंजिला है, जिसमें भव्य मेहराब, खूबसूरत लकड़ी के खंभे, नक्काशीदार बालकनियाँ और रंगीन भित्तिचित्र देखने को मिलते हैं। महल के अंदर “आनंद का निवास” और “रष्क-ए-जन्नत” जैसे शिलालेख इसकी भव्यता को दर्शाते हैं। यहाँ की दीवारों पर टीपू सुल्तान के जीवन, युद्धों और बहादुरी से जुड़े चित्र और भित्तिचित्र भी देखने को मिलते हैं।
महल से जुड़े रोचक तथ्य
- महल के चारों ओर सुंदर बगीचे और पानी की खाइयाँ थीं, जो सुरक्षा के लिए बनाई गई थीं।
- महल के एक हिस्से को आज संग्रहालय में बदल दिया गया है, जहाँ टीपू सुल्तान के हथियार, पुराने सिक्के, पोशाकें और चित्रों का संग्रह है।
- महल के खंभों और दीवारों की नक्काशी में कमल, मोर, हाथी, पक्षियों और अन्य भारतीय रूपांकनों की झलक मिलती है।
ब्रिटिश हमले और वर्तमान स्थिति
1791 में अंग्रेजों ने इस किले और महल पर हमला किया था, जिसमें भारी नुकसान हुआ।
बाद में अंग्रेजों ने किले के कई हिस्सों को तोड़ दिया,
लेकिन महल का मुख्य ढांचा आज भी सुरक्षित है।
वर्तमान में यह कर्नाटक सरकार के संरक्षण में है और पर्यटकों के लिए खुला है।
यहाँ क्यों जाएँ?
अगर आप इतिहास, वास्तुकला और भारतीय विरासत में रुचि रखते हैं,
तो Tipu Sultan Palace जरूर देखें। यहाँ आकर आप न सिर्फ एक
महान योद्धा की विरासत को महसूस कर सकते हैं,
बल्कि उस दौर की भव्यता और संघर्ष की कहानियों को भी करीब से जान सकते हैं।
टीपू सुल्तान पैलेस सिर्फ एक इमारत नहीं,
बल्कि भारतीय इतिहास और संस्कृति का गौरवशाली प्रतीक है।
इसकी दीवारों में आज भी वह जज्बा और शौर्य बसता है,
जिसने अंग्रेजों को भी चुनौती दी थी।
अगली बार बेंगलुरु या श्रीरंगपटना जाएँ,
तो इस ऐतिहासिक धरोहर को जरूर देखें और अपने अनुभव को यादगार बनाएँ!