श्रीकृष्ण :भगवान श्रीकृष्ण हमारी संस्कृति के एक अद्भुत और विलक्षण राष्ट्रनायक हैं
श्रीकृष्ण :भगवान श्रीकृष्ण हमारी संस्कृति के एक अद्भुत और विलक्षण राष्ट्रनायक हैं
श्रीकृष्ण : भगवान श्री कृष्ण भारतीय संस्कृति के एक अत्यंत महत्वपूर्ण और प्रभावशाली देवता हैं।
उनका जीवन और teachings न केवल धर्म और भक्ति का मार्गदर्शन करते हैं
बल्कि मानवता के लिए भी प्रेरणा का स्रोत हैं।
श्रीकृष्ण

राधा और कृष्ण का प्रेम
कृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ था और उनका जीवन पूरी तरह से लीला और संदेशों से भरा हुआ था।
श्री कृष्ण का जीवन विभिन्न पहलुओं से भरा हुआ है – वे एक आदर्श शिशु, प्रेमी, मित्र, गुरु और धर्म के रक्षक थे।
उनके बारे में जितना कहा जाए, उतना कम है। कृष्ण का सबसे प्रसिद्ध रूप उनके गीता संवाद के रूप में है,

जिसमें उन्होंने अर्जुन को जीवन के उद्देश्य, धर्म, और कर्म के बारे में गहरे शिक्षाएँ दीं।
गीता में भगवान कृष्ण ने यह स्पष्ट किया कि हम सभी का कर्तव्य है
कि हम अपने कर्मों को निष्कलंक और निष्कपट रूप से करें, और फल की इच्छा से मुक्त रहें।
कृष्ण का व्यक्तित्व भी बहुत विविध था। वे बाल रूप में माखन चोर के रूप में प्रसिद्ध हैं,
श्रीकृष्ण की रासलीला

तो वहीं रासलीला के माध्यम से उन्होंने प्रेम और भक्ति का महत्व भी दर्शाया।
उनकी रचनात्मकता, जोश और चपलता ने उन्हें हमेशा लोगों के दिलों में एक अलग स्थान दिलवाया।
उनकी शिक्षाएँ आज भी हर उम्र के व्यक्ति को प्रेरित करती हैं।
श्री कृष्ण का जीवन यह सिखाता है कि कठिनाइयों के बावजूद हमें अपना धर्म नहीं भूलना चाहिए
#श्रीकृष्ण का जन्म और बाल्यकाल

और हमेशा सत्य की राह पर चलना चाहिए। उनके अद्वितीय दृष्टिकोण
और अडिग भक्ति के कारण वे अनंत काल तक हमारी सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा बने रहेंगे।
#श्रीकृष्ण, हिंदू भगवान विष्णु के आठवें अवतार हैं.
वे सभी भारतीय देवताओं में सबसे अधिक पूजनीय और लोकप्रिय हैं.
#वे स्वयं में भी एक सर्वोच्च देवता हैं.

वे द्वारिका के शासक थे.
वे ब्रजनंदन थे.
#वे एक प्रभावी और सफल मैंनेजमेंट गुरु थे.
वे एक सच्चे अर्थों में सृष्टि के कुशल महाप्रबंधक थे.
वे कर्त्तव्य से कभी पलायन नहीं करते थे.
धर्म उनकी आत्मनिष्ठा बना.
वे एक अद्भुत और विलक्षण व्यक्तित्व थे
.उनकी तुलना न किसी अवतार से की जा सकती है.
वे एक प्रभावशाली और सफल नेतृत्व करने वाले लोकनायक थे.