महाकुंभ के लिए प्रयागराज से अयोध्या की दूरी के बारे में सब कुछ जानें !
महाकुंभ के लिए प्रयागराज से अयोध्या की दूरी के बारे में सब कुछ जानें !
प्रयागराज से अयोध्या: एक आध्यात्मिक यात्रा
भारत की पावन भूमि में बसे दो प्रमुख धार्मिक स्थल – प्रयागराज और अयोध्या – आध्यात्मिकता, आस्था और इतिहास से परिपूर्ण हैं।
प्रयागराज, जहाँ गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का संगम होता है,

यात्रा मार्ग और साधन
प्रयागराज से अयोध्या की दूरी लगभग 170 किलोमीटर है,
जिसे सड़क, रेल और निजी वाहनों द्वारा तय किया जा सकता है।
प्रयागराज से अयोध्या
ट्रेन द्वारा: प्रयागराज से अयोध्या जाने के लिए कई ट्रेनें उपलब्ध हैं,
जिनमें संगम एक्सप्रेस, फरक्का एक्सप्रेस, और साकेत एक्सप्रेस प्रमुख हैं। यात्रा में लगभग 4-5 घंटे लगते हैं।
बस द्वारा: उत्तर प्रदेश परिवहन की बसें नियमित रूप से चलती हैं,
जिनमें साधारण से लेकर वातानुकूलित बसें उपलब्ध हैं।
कार या टैक्सी द्वारा: अगर आप अपनी सुविधा के अनुसार यात्रा करना चाहते हैं,
तो टैक्सी या निजी वाहन से लगभग 3-4 घंटे में अयोध्या पहुँचा जा सकता है।
अयोध्या के प्रमुख दर्शनीय स्थल
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर – भगवान श्रीराम का जन्मस्थान।
हनुमानगढ़ी – बजरंगबली का प्रसिद्ध मंदिर।
कनक भवन – माता सीता और भगवान राम का दिव्य मंदिर।
सरयू नदी – जहां श्रद्धालु पवित्र स्नान करते हैं।
दशरथ महल – राजा दशरथ का प्राचीन निवास स्थान।
यात्रा का आध्यात्मिक अनुभव
प्रयागराज से अयोध्या की यात्रा न केवल धार्मिक बल्कि आत्मिक शांति का अनुभव भी कराती है।
संगम में स्नान करने के बाद अयोध्या में भगवान श्रीराम के दर्शन करना एक अद्भुत अनुभूति देता
अयोध्या, उत्तर प्रदेश का एक प्रसिद्ध धार्मिक और ऐतिहासिक शहर है, जिसे भगवान श्रीराम की जन्मभूमि माना जाता है।
हिंदू धर्म के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है और यहाँ कई दर्शनीय स्थल हैं।
अयोध्या के प्रमुख दर्शनीय स्थल:
मणि पर्वत
यह एक छोटा पहाड़ी स्थल है, जिसे रामायण काल से जोड़ा जाता है।
यहाँ से अयोध्या का सुंदर दृश्य देखा जा सकता है।
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर
यह मंदिर भगवान श्रीराम के जन्मस्थान पर स्थित है औ
र हिंदू धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक है।
हाल ही में भव्य राम मंदिर का निर्माण किया गया है,
जो श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र है।
हनुमानगढ़ी
यह मंदिर भगवान हनुमान को समर्पित है और अयोध्या में सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है।
यहाँ 76 सीढ़ियाँ चढ़कर भक्त हनुमान जी के दर्शन कर सकते हैं।
कनक भवन
यह मंदिर भगवान राम और माता सीता को समर्पित है।
इसे “सोने का भवन” भी कहा जाता है क्
योंकि यहाँ राम और सीता की मूर्तियाँ स्वर्ण आभूषणों से सुशोभित हैं।
राम की पैड़ी
यह सरयू नदी के तट पर स्थित एक सुंदर घाट है।
यहाँ श्रद्धालु पवित्र स्नान करते हैं और दीपदान करते हैं
नया घाट
यह सरयू नदी का प्रमुख घाट है, जहाँ प्रतिदिन आरती का आयोजन होता है।
यह स्थल भक्तों और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है।
गुप्तार घाट
मान्यता है कि भगवान श्रीराम ने यहीं जल समाधि ली थी।
यह एक सुंदर और शांत वातावरण वाला स्थल है।
सीता की रसोई
यह स्थल माता सीता से जुड़ा हुआ है,
जहाँ कहा जाता है कि उन्होंने स्वयं भोजन बनाया था।
यह स्थान अयोध्या के धार्मिक स्थलों में विशेष स्थान रखता है।
त्रेता के ठाकुर
यह मंदिर भगवान राम को समर्पित है और माना जाता है
कि यहाँ भगवान राम ने अश्वमेध यज्ञ किया था।
दशरथ महल
यह राजा दशरथ का महल माना जाता है और यहाँ भगवान राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न की मूर्तियाँ स्थापित हैं।