हनुमान जयंती 2025: भगवान हनुमान की महिमा और उनके प्रति श्रद्धा का पर्व!
हनुमान जयंती 2025: भगवान हनुमान की महिमा और उनके प्रति श्रद्धा का पर्व!
हनुमान जयंती 2025 हनुमान जयंती, भगवान हनुमान के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है।
यह पर्व विशेष रूप से हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है
हनुमान जयंती 2025

और हर साल चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की 15वीं तिथि को मनाया जाता है।
इस वर्ष, हनुमान जयंती 2025 में 15 अप्रैल को पडे़गी।
भगवान हनुमान को भक्ति, शक्ति, समर्पण और वीरता के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है।
हनुमान जयंती के दिन भक्त उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए विशेष पूजा, उपवास,
और भक्ति कार्यक्रमों में भाग लेते हैं। आइए, जानते हैं हनुमान जयंती के महत्व, पूजा विधि और इसकी विशेषताएँ।
हनुमान जयंती का धार्मिक महत्व

भगवान हनुमान को अजर-अमर माना जाता है।
उन्हें भगवान राम के परम भक्त और सबसे सशक्त देवता के रूप में पूजा जाता है।
उनका जन्म ऋषि अंजनी और वानरराज केसरी के घर हुआ था। वे भगवान राम के महान भक्त थे
और उनके हर कार्य में निष्ठा, भक्ति और समर्पण दिखाते थे। हनुमान जयंती के दिन विशेष रूप से
उनके द्वारा भगवान राम की सेवा, लंका दहन और राक्षसों के नाश जैसी वीरतापूर्ण कार्यों का स्मरण किया जाता है।
यह दिन उनके अद्वितीय बल, बुद्धि और भक्ति को श्रद्धापूर्वक सम्मानित करने का अवसर होता है।
हनुमान जयंती पूजा की विधि

#हनुमान जयंती के दिन भक्त विभिन्न प्रकार से पूजा करते हैं। यहां पूजा की कुछ प्रमुख विधियाँ दी गई हैं:
स्नान और शुद्धता: पूजा से पहले भक्त स्नान करते हैं और स्वच्छ वस्त्र पहनते हैं।
हनुमान चालीसा का पाठ: सबसे अधिक लोकप्रिय विधि है हनुमान चालीसा का पाठ।
भक्त इस दिन हनुमान चालीसा का उच्चारण करते हैं, जिससे उनके जीवन में सुख-शांति और बल का वास होता है।
हनुमान जी का पूजन: इस दिन विशेष रूप से हनुमान जी की पूजा की जाती है।
उन्हें चोला चढ़ाया जाता है, और सिंदूर, चमेली का तेल, फूल, और दीपक अर्पित किए जाते हैं।
प्रसाद वितरण: हनुमान जी को मोदक, लड्डू, और तुलसी दल चढ़ाए जाते हैं।
साथ ही, भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया जाता है।
कवच और सुंदरकांड का पाठ: हनुमान कवच और सुंदरकांड का पाठ करने से
भक्तों को हर प्रकार की बाधाओं से मुक्ति मिलती है और उनका जीवन सुखमय बनता है।
हनुमान जयंती का सामाजिक महत्व

हनुमान जयंती सिर्फ एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि यह समाज में एकता और भाईचारे को बढ़ावा देने का अवसर भी है।
इस दिन लोग एक-दूसरे के साथ मिलकर पूजा करते हैं, भक्ति गीत गाते हैं और हनुमान जी की महिमा का गुणगान करते हैं।
हनुमान जी का जीवन हमें यह सिखाता है कि अगर हमारी श्रद्धा और निष्ठा भगवान के प्रति सच्ची हो,
तो हमें हर चुनौती का सामना करने की शक्ति प्राप्त होती है। उनका जीवन बल, साहस और भक्ति का आदर्श प्रस्तुत करता है।
हनुमान जयंती एक पवित्र अवसर है जो भगवान हनुमान की भक्ति, शक्ति और साहस को समर्पित है।
यह दिन न केवल भक्तों को आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग दिखाता है,
भगवान राम के परम भक्त

बल्कि उनके जीवन में सकारात्मकता और ऊर्जा का संचार भी करता है।
इस दिन भक्तों द्वारा किए गए व्रत, पूजा और भक्ति कार्य उनके जीवन को उन्नति की दिशा में अग्रसर करते हैं।
हनुमान जयंती का पर्व हमें यह भी सिखाता है कि अगर हम भगवान हनुमान की तरह आत्मविश्वास
और भक्ति से परिपूर्ण हों, तो कोई भी समस्या हमारे मार्ग में नहीं आ सकती।