स्मार्ट मीटर चिंताएं : UPPCL के डबल मीटर प्लान से अब स्मार्ट मीटर को लेकर सभी भ्रम और शिकायतों का अंत। जानिए कैसे नया सिस्टम बिजली बिल की पारदर्शिता, स्मार्ट रीडिंग और उपभोक्ता सुविधा को बढ़ाएगा।

UPPCL का डबल मीटर प्लान क्या है?
UPPCL का डबल मीटर प्लान एक आधुनिक मीटरिंग प्रणाली है, जिसमें पुराने पोस्टपेड मीटर को नए स्मार्ट प्रीपेड मीटर (SPM) या दो मीटर के संयोजन से बदला जाता है। यह योजना बिजली उपभोक्ताओं को वास्तविक समय में बिजली खपत की जानकारी देती है और बिलिंग में पारदर्शिता बढ़ाती है। स्मार्ट मीटर के उपयोग से बिजली चोरी रोकने और बिल वसूली की प्रक्रिया को सहज बनाने का प्रयास किया गया है। इस योजना के तहत, नए घरेलू कनेक्शन के लिए स्मार्ट प्रीपेड मीटर का उपयोग अनिवार्य किया गया है, जिससे उपभोक्ता अपनी खपत को ऑनलाइन मॉनिटर कर सकेंगे।
स्मार्ट मीटर की प्रमुख सुविधाएं
- रियल-टाइम बिजली खपत की जानकारी मोबाइल ऐप के माध्यम से उपलब्ध होती है।
- बिजली चोरी का पता जल्दी चलता है, जिससे बिजली वितरण कंपनियों को नुकसान कम होता है।
- बिल वसूली में पारदर्शिता और स्वचालन होता है, जो उपभोक्ताओं के लिए सुविधाजनक है।
- प्रीपेड सिस्टम होने से बिजली का उपयोग नियंत्रण में रहता है, जिससे बिजली का बचाव होता है।
- यूपी में स्मार्ट मीटरों के लग जाने से बिजली बिलों में 2 प्रतिशत से अधिक की छूट मिलने की संभावना है, जो उपभोक्ताओं के लिए आर्थिक राहत भी प्रदान करता है।
उपभोक्ताओं की चिंताएं और उनकी समाधान
स्मार्ट मीटर प्रणाली के साथ जुड़ी कुछ आम चिंताएं रही हैं जैसे कि मीटर की उच्च कीमत, नई तकनीक को समझने में समस्या, और प्रीपेड मीटर की वजह से बिजली कटने की परेशानी। UPPCL ने इन चिंताओं को दूर करने के लिए कई कदम उठाए हैं:
- स्मार्ट मीटर की कीमतों में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए नियामक आयोग से नयी दरों की स्वीकृति मांगी गई है।
- मीटर की गुणवत्ता और कार्यक्षमता पर निगरानी रखी जा रही है, और खराब मीटर मिलने पर तुरंत बदलाव किया जाएगा।
- उपभोक्ताओं को मीटर की लागत किश्तों में भुगतान करने की सुविधा भी दी गई है।
- स्मार्ट मीटर के माध्यम से बिजली कटौती की सूचना पहले से मिलती है, जिससे उपभोक्ताओं को समय पर रिचार्ज करने का मौका मिलता है।
UPPCL की भविष्य की योजनाएं और सुधार
UPPCL ने डबल मीटर योजना को सफल बनाने के लिए जिले के ट्रांसफार्मरों में भी स्मार्ट मीटर लगाने की योजना बनाई है। इससे खपत का बेहतर प्रबंधन होगा और बिजली चोरी की घटनाओं में कमी आएगी। इसके अलावा, UPPCL उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा देने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म विकसित कर रहा है, जहां वे बिल भुगतान, प्रीपेड रिचार्ज आदि कार्य आसानी से कर सकेंगे।
निष्कर्ष
UPPCL का डबल मीटर प्लान और स्मार्ट मीटर नीति, बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक पारदर्शी,
सुरक्षित और आधुनिक बिजली सुविधा प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
इससे नई तकनीक के माध्यम से बिजली की खपत को नियंत्रित करना तथा बिलिंग
प्रक्रिया को सरल और भरोसेमंद बनाना संभव होगा। स्मार्ट मीटर
से जुड़ी चिंताएं जैसे लागत, तकनीकी ज्ञान और सुविधा के
मुद्दे निरंतर सुधार की प्रक्रिया में हैं,
जिससे उपभोक्ताओं को और अधिक लाभ मिलेगा।





